हौज़ा / लेबनान के हिज़्बुल्लाह संगठन के महासचिव ने कहा है कि इस्राईल को दुनिया से मिटाने की बात सपना नहीं, हक़ीक़त है। हो सकता है कि दुनिया में बहुत से लोगों को इस्राईल के अंत की बात बुरी लगे लेकिन हम बढ़ा-चढ़ा कर नहीं बोलते बल्कि सच्ची आशाओं की बात करते हैं।
हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, "फ़िलिस्तीन विजयी होगा" शीर्षक के अंतर्गत आयोजित होने वाली एक काॅन्फ़्रेंस को संबोधित करते हुए सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि जब हम इस अवैध क़ब्ज़ा करने वाली व ग़ैर क़ानूनी सरकार, कैंसर के फोड़े और असली दुश्मन को दुनिया से मिटा देने की बात करते हैं तो यह कोई कल्पना, अभिलाषा और सपना नहीं है क्योंकि हम झूठी बातों पर भरोसा नहीं करते।
उनका कहना था कि जब हम यह कहते हैं कि बैतुल मुक़द्दस क़रीब आ गया है तो वह सच में क़रीब आ गया है और "बैतुल मुक़द्दस की तलवार" अभियान ने बैतुल मुक़द्दस को पहले से ज़्यादा हमसे क़रीब कर दिया है। हिज़्बुल्लाह के महासचिव ने कहा कि हो सकता है कि दुनिया में बहुत से लोगों को इस्राईल के अंत की बात बुरी लगे लेकिन हम बढ़ा-चढ़ा कर नहीं बोलते बल्कि सच्ची आशाओं की बात करते हैं।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने ज़ोर देकर कहा कि इस्राईल से मुक़ाबले को अमरीका के वर्चस्ववाद के ख़िलाफ़ संघर्ष से अलग नहीं समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि अमरीकी वर्चस्ववाद ने क्षेत्र की सभी संभावनाओं को इस्राईल की झोली में डाल दिया है और ज़ायोनी शासन का अस्तित्व अमरीका के समर्थन से जुड़ा हुआ है। उनका कहना था कि अमरीकी, वर्चस्ववाद पूरे इलाक़े की जनता ख़ास तौर से इराक़ व सीरिया के लोगों के लिए ख़तरा बना हुआ है जबकि हर राष्ट्र को अमरीकी हस्तक्षेप के बिना, अपने भविष्य के निर्धारण का हक़ है।
लेबनान के हिज़्बुल्लाह संगठन के महासचिव ने अमरीका को लेबनान के वर्तमान संकट का असली ज़िम्मेदार बताते हुए कहा कि वाॅशिंग्टन अन्य देशों को लेबनान की मदद करने से रोक रहा है और प्रतिबंधों व रुकावटों के माध्यम से जनता को हिज़्बुल्लाह के ख़िलाफ़ भड़काने की कोशिश कर रहा है। सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि लेबनान की आर्थिक समस्याएं, इस देश की साहसी जनता के हाथों हल होंगी और सरकार के गठन की निर्णायक घड़ी आने ही वाली है।